अनगिनत रंगों की फुहार-रेनबो ‘१८

  कहते हैं किसी देश का विकास उसके नौनिहालों से होता है। हम उन्हें जिस तरह के संस्कारों से सींचेंगे देश उसी राह मे बढ़ेगा । बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियाँ भी आवश्यक है।इसी कड़ी में प्रयास इंडिया की ओर से हर वर्ष रेनबो का आयोजन होता है जोकि … Continue reading अनगिनत रंगों की फुहार-रेनबो ‘१८

सीरिया: मनुष्य और मनुष्यता पर एक नज़र

आपकी भावनाएँ आपके विचारों की दासी हैं, और आप अपनी भावनाओं के दास हैं। ~एलिज़ाबेथ गिल्बर्ट   "मनुष्य सबसे संवेदनशील प्राणी है" ऐसा कहा जाता है। गौर करने की बात है कि यह कहता भी मनुष्य ही है; हम और आप। आज दुनिया में गंभीर हालात हैं। इसका कारण मनुष्य ही है, या यह कह … Continue reading सीरिया: मनुष्य और मनुष्यता पर एक नज़र