वो दिन…वो दिन

मेरे जीवन में सबसे नायाब, सबसे बेमिसाल,गुज़रे हैं कॉलेज के ये चार साल।फर्स्ट ईयर में सीनियर्स नाइंटी मरवाते थे,पर कहीं बाहर दिखे तो पेट पूजा भी खूब कराते थे।दूसरों के प्रति मन में सेवा भाव जगाया,और कदम प्रयास इंडिया की तरफ़ बढ़ाया।वहाँ के बच्चों के चेहरे पर शिक्षा की एक मुस्कान खिली,जिसे देख मेरे हृदय … Continue reading वो दिन…वो दिन

एक हसीन सफ़रनामा

2016 में हुआ था शुरूएक नया सफ़र।साथ आए थे कई नये चेहरे,कुछ ड्रॉपर कुछ फ्रेशर।। घर की दहलीज़ों से,कइयों ने निकाले थे पहली बार कदम।कौन जानता था,होस्टल में मैं बन जाएगा हम।। कइयों ने GATE, CAT, UPSC का ख्वाब सजाया,कुछ ने अच्छी नौकरी के लिए दम लगाया।सबको पर रैगिंग का खौफ़ सताया,सीनियर्स ऐसा क्यों करते … Continue reading एक हसीन सफ़रनामा

दोस्ती का यही अंदाज़ हो

लो शुरू हो गया यह आखिरी माह यह भी तुम बिन गुज़र जायेगा नम आँखों में बस यादें रह जायेंगी क्या‌ कॉलेज का सफ़र यूँ ही कट जाएगा? जीवन की गाड़ी अब कुछ ऐसी चलेगी, न चाहते हुए भी अलविदा कह रेलगाड़ी पे सफ़र करेगी। हम सब भीड़ में कहीं खो जाएँगे, और न जाने … Continue reading दोस्ती का यही अंदाज़ हो

सब छूट जाएगा अब

सब छूट जाएगा अब, सब याद आएंगे अब! वो गर्मी की आइसक्रीम, मेन गेट की पानीपुरी, सेहेरपुरा की जलेबी, भींग कर भी घूमने निकल जाना, टीचर्स से डाँट सुन कर भी हँसना, सब छूट जाएगा अब, सब याद आएंगे अब! मिल कर mass bunk प्लान करना और किसी न किसी का तो चला ही जाना … Continue reading सब छूट जाएगा अब