अधूरे सपने

आँखों में बसा एक ख्वाब लेकर आयी हूँ, जीवन में अपने कुछ खास करने आयी हूँ, आप लोगों की इनायत सही रही तो, इतिहास में दर्ज करवाने अपना नाम आयी हूँ। क्या बताऊँ इस दुनिया की हालत, यहाँ तो मुख़्तलिफ़ लोगों  का ही बसेरा है, जहाँ मैंअपना ख्वाब पूरा करने आयी, यहाँ तो इंसानियत नहीं, हैवानियत का लगा … Continue reading अधूरे सपने

स्त्री का सम्मान

"आज भी महारानी देर से आएगी" गुस्से से रितु मैडम तमतमा रहीं थी। उनके यहाँ काम करने वाली सरला पिछले दो दिनों से देर से आ रही थी, जिसकी वजह से उनकी अति व्यस्त दिनचर्या गड़बड़ा रही थी। सरला जैसे ही आयी, रितु मैडम बरस पड़ी उसपर।" मज़ाक समझ के रखा है क्या काम को … Continue reading स्त्री का सम्मान

परेशानी

"भैया, तुम जल्दी घर आ जाओ, बाबूजी की तबियत फिर से बिगड़ रही है" ,काँपती हुई आवाज़ में सुधा ने अपने भाई रितेश को बताया।सुन कर रितेश बहुत झुंझला उठा, और प्रत्युत्तर में बस "हूँ" कह कर फ़ोन काट दिया। वह खुद में बुदबुदाने लगा, "इन लोगों ने नौकरी और छुट्टी को मज़ाक समझ रखा … Continue reading परेशानी

आगाज़-ए-सफ़र

कई सवाल थे, सदियों से किसी के शोषण की हज़ारों अनकही बेड़ियों में जकड़ी हर उस नारी के अंतर्मन में, जिसने तीन रुप से प्रहार करते हुए एक ही शब्द को सुना, तीन बार और क्षण मात्र में खो दिया, अपना संसार । बिखर गया था उसका जीवन। हर दिन कोसा है उसने, ऐसे संविधान के … Continue reading आगाज़-ए-सफ़र