प्रतीक्षा

चुप्पी साधे एक लड़कीजो बीच-बीच में हंसी की फुहार दबा नहीं पातीअपने कंठ से निकले ऊँचे स्वरों को कोसती है।वह ज्यादा बोलती नहीं,बस सोचती है।घुल जाती है वो मीठी प्रेम-कविताओं की चाशनी में,मिल जाती है वो इंद्रधनुष के रंगों में,सिमट जाती है वो मयूर के पंखों में,और निखर उठती है सफ़ेद-पीली धूप में।खिलखिलाते चेहरों में … Continue reading प्रतीक्षा

सहस्त्रफण

आँधियों से लगातार उलझता रहा मैं,तूफ़ानों ने रौंदा मुझको,जलजलाओं को आधार बना,फिर भी अचल रहा मैं। बिजलियाँ मेरी सहगामिनी बनीउल्कावृष्टियों के आघात सहकर भी,ज्वालामुखियों के मुहाने पर भी,तन कर खड़ा रहा हूँ। ज्वारों ने बिखेरा मुझको,फिर भी पुनः समेटा खुद को,हिम शीत भी मुझे जड़वत न कर सकी,मुझ अमर्त्य वीर मनुपुत्र को। मैं भी बन … Continue reading सहस्त्रफण

विघ्नहर्ता गणेश

आज भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी है और साथ ही बप्पा के आगमन का दिन अर्थात गणेश चतुर्थी है। चारों ओर हर्षोल्लास का माहौल है। महाराष्ट्र के एक छोटे-से गाँव में रहने वाले मनु के घर में भी इसी तरह चहल-पहल है क्योंकि इस वर्ष मनु के घर पहली बार गणपति का आगमन होने … Continue reading विघ्नहर्ता गणेश