28 मई का दिन

यादों के पन्नों को पलटने जा रही हूँ। ज़िन्दगी के उन लम्हों को क्या आसान होगा दोहराना? कोशिश हुई, इन चार सालों को कलमबद्ध करने की, पर चन्द पंक्तियों में सार्थक न हुआ...यह सफ़र... इसलिये कल्पना को स्याही में समेट रही हूँ, एक पल ठहरना मेरे संग, तुम भी और सोचना वो 28 मई का … Continue reading 28 मई का दिन

यादें…गुज़रे लम्हों की !

"कल बिछड़ जाएँ हम...या अलग हो जाएँ ये रास्ते... इनका कभी गम न कीजियेगा , बस इतना सा अरमान है हमारा दोस्तों...आप सब के दिल में जो प्यार है हमारे लिए उनको कभी कम न कीजियेगा।" कल बिछड़ जाएँ हम…या अलग हो जाएँ ये रास्ते… इनका कभी गम न कीजियेगा , बस इतना सा अरमान … Continue reading यादें…गुज़रे लम्हों की !

काव्यांजलि

नमन उस अटल को, जो शख्सियत विशाल था मिल गया उस मिट्टी में, जिसका वो लाल था अटल से अटल की लड़ाई थी जीत कर मौत भी इठलाई थी   पराजित अटल, विजेता भी अटल दूसरे में, आखिर कहाँ था बल!   विधि के विधान में, मौत के सम्मान में किया उसने शत-शत नमन छोड़ … Continue reading काव्यांजलि