हर ज़फर में ढूँढा, सफर में ढूँढा इब्तिला में ढूँढा, इब्तिसाम में ढूँढा आफताब में ढूँढा, माहताब मे ढूँढा ढूँढा दर-दर उसे, वो न मिला।। उसके शब में डूबा, शबाब मे डूबा इल्म में डूबा, इतिबार मे डूबा तस्वीर में डूबा, तसव्वुर मे डूबा डूबा गहराईयों में उसके, वो न मिला।। हर ज़ार में … Continue reading वो न मिला
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जीने में आज भी खूं ये हमारी सलीका रखती हैं, छोटों से प्यार करती हैं बड़ों का मान रखती हैं।। बड़ी ही शिद्दत से कमाई है हमने ये तालीम, बज़्म-ए-हय़ात आज भी कब्रगाहों को याद करती है।। शिकन आती नहीं कभी इस चेहरे की शान पर, घर की तरबियत बाहर के फैसलों में … Continue reading गज़ल