आवाज़ देकर देख लो

निकल पड़े हैं कमरे से कोई आवाज़ देकर देख लो निकालो खाता चार सालों का हिसाब लगा कर देख लो.. पहले पन्ने पर यारी होगी दूजे में कोई प्यार मिलेगा तीसरे पर कुछ होंगे सपने चौथे में खरीदार मिलेगा क्या पाया और क्या खोया अब तक हिसाब लगाकर देख लो निकल पड़े हैं कमरे से … Continue reading आवाज़ देकर देख लो

आग

आग अंदर भी है और बाहर भी। एक ऊर्जा दे रही है तो दूसरी जला रही है। पर खूबी है एक-सी, जलाकर अस्तित्व मिटा देती है। दोनों को बुझा दिया है नीर से पर एक ने छोड़ा है अवशेष तो दूसरे ने बना दिया है अवशेष मुझे।