हालात हैं मुश्किल,
पर हम नहीं हैं बुज़दिल।
आज देश पर आयी है मुसीबत भारी,
‘कोरोना’ नाम की महामारी।
संकट की यह घड़ी है,
बंद पड़ी घर की कड़ी है।
डॉक्टर, पुलिस, सफाईकर्मी,
तैनात हैं, जैसे बॉर्डर पर हो आर्मी।
घर पर रहना हमारा कर्म है,
देश की रक्षा ही हमारा धर्म है।
पहनो मास्क, बनाओ दूरी,
करो नमस्ते, हाथ न मिलाना है ज़रूरी।
कुछ दिन और घर पर रह लो,
अपनों के साथ, थोड़ा और समय बिता लो।
यह मुश्किल घड़ी भी टल जाएगी,
ज़िन्दगी फिर पटरी पर लौट आएगी।
वो दिन अब दूर नहीं,
जब हम फिर साथ होंगे।
चेहरे पर मुस्कुराहट,
आँखों में मिलन के अश्रु होंगे।
फिलहाल उस वक्त का इंतज़ार करना है,
घर पर रहकर, देश का साथ निभाना है।
जब साथ देगा सारा इंडिया,
तब फिर से मुस्कुराएगा इंडिया।