पुरातत्वविद

कितना कुछ बचाया जा सकता था,विलुप्त हो गए नदियों, पहाड़ो या पंछियों को,किसी का बचपन हो या एक पूरी सभ्यता को। संजोए रखना, कितना कठिन होता है,समस्त संसार के विरुद्ध चलते रहना,तमाम खो रही चीजों को रख पाना भी मुश्किल है। शायद इसलिए भी एक प्रेमी बागी कहलाता है,जिसने संजो रखा है अपने भीतर मातृ … Continue reading पुरातत्वविद

हिंदी दिवस २०२२

14 सितंबर की संध्या को बी०आई०टी० परिसर में हिंदी दिवस  मनाया गया। संस्थान की प्रतिनिधि पत्रिका तथा छात्र मीडिया निकाय 'सर्जना' द्वारा इस पावन पर्व के सम्मान में काव्य पाठ सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में संस्थान के प्राध्यापकों एवं छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आयोजन की शुरुआत निदेशक महोदय एवं गणमान्य अतिथियों द्वारा … Continue reading हिंदी दिवस २०२२