“जितनी भारी मुसीबतों की ज़ंजीरें आपके क़दमों में बंधी रहेंगी इनके उतरने पर आपकी उड़ान उतनी ऊँची होगी।”
१६ अगस्त २०२२ की तारीख को बी.आई.टी सिंदरी के कैरियर डेवलपमेंट सेंटर के द्वारा यू.पी.एस.सी. की तैयारी से संबंधित एक सेमिनार आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बी.आई.टी के पूर्व छात्र, सत्र २०१४ के सुमित ठाकुर थे। कुछ महीनों पहले आए यू.पी.एस.सी. सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में सुमित कुमार ठाकुर ने २६३वांँ रैंक प्राप्त कर अपने सगे-संबंधियों समेत बी.आई.टी. सिंदरी का नाम गौरवांवित किया था।

कार्यक्रम में उपस्थित निर्देशक महोदय डॉ. डी.के. सिंह समेत ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट ऑफिसर डॉ. घनश्याम ने तहे दिल से सुमित कुमार ठाकुर का स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रथम सत्र से लेकर अंतिम सत्र के सारे विद्यार्थी उपस्थित थे। डॉ. डी.के. सिंह ने अपने शब्दों से सभी उपस्थित छात्रों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें यू.पी.एस.सी. सिविल सेवा जैसे कड़ी परीक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। उनके बाद डॉ. घनश्याम ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया एवं सुमित कुमार ठाकुर को मंच पर आमंत्रित किया।

सुमित कुमार ठाकुर ने मंच पर आते ही सर्वप्रथम वहाँ उपस्थित अध्यापक गण को नमन किया। शुरुआत में उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए यह बताया कि किस प्रकार वह आर्ट्स क्लब एवं मॉडल क्लब के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि २०१६ से ही उन्होंने यू.पी.एस.सी. सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि उनका प्रथम प्रयास वर्ष २०१९ में था। इसके बाद उन्होंने अपने प्यारे अनुजों के सारे प्रश्नों के दिल से उत्तर दिए। उन्होंने अपने पुराने अनुभवों से लेकर परिक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लेखन शैली के बारे में जानकारी दी। उन्होंने वर्णनात्मक लेखन शैली से बच्चों को रूबरू करवाया। उन्होंने प्रशासनिक नौकरियों का पक्ष लेते हुए बहुत सी महत्त्वपूर्ण जानकारियों को उपस्थित छात्रों के साथ साझा भी किया। सुमित कुमार ठाकुर ने बच्चों के कई प्रश्नों का जवाब दिया और किस तरह प्रशासनिक सेवा की राह आसान हो सकती है, इसपर भी प्रकाश डाला।

तत्पश्चात उपस्थित डॉ. घनश्याम ने उन्हें मोमेंटो और टोकन ऑफ लव देकर सम्मानित किया, और माता पिता और शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में क्या प्रभाव होता है, उसका व्याख्यान किया।